नटखट छोरी का गंभीर अभिनय
6 दिसंबर को रात 7:11 बजे मोबाइल पर एक एसएमएस आता है, जो चर्चित चाइल्ड एक्ट्रेस ईशिता पंचाल की मां ने भेजा था। करीब 9-10 साल की ईशिता सहारा वन पर प्रसारित हो रहे राजश्री प्रोडक्शन के धारावाहिक 'वो रहने वाली महलों की' के लिए 'इंडियन टेली अवार्ड' में 'बेस्ट चाइल्ड कैटेगरी' में नामांकित हुई है।एसएमएस ने पिछले साल की याद दिला दी, जब ईशिता राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म 'एक विवाह ऐसा भी' की शूटिंग के लिए भोपाल आई हुई थी।यह पिछली जनवरी, 08 की बात है। इस फिल्म में एक खास किरदार निभा रहे कुनाल कुमार से मेरा उस वक्त ठीक-ठाक परिचय था। मैं सर्द रात में उनसे मिलने होटल पलाश पहुंचा। मेरे साथ सीरियल लेखक राज शांडिल्य भी थे। हम जब होटल पहुंचे, तो फिल्म के तमाम कलाकार रिसेप्शन हाल में रखे सोफे पर गपशप में व्यस्त थे। दिनभर की शूटिंग की थकावट उन सभी के चेहरे पर स्पष्ट देखी जा सकती थी। इस शांत माहौल में दो बच्चे खूब हुड़दंग मचा रहे थे। चूंकि होटल में किसी की शादी का रिसेप्शन चल रहा था, इसलिए लगा कि ये बच्चे वहां मेहमान होंगे। तभी राज 8-9 साल के एक लड़के को अपने समीप बुलाता है। बातचीत के दौरान मालूम चला कि वो छोरा चर्चित बाल कलाकार है। उसके साथ एक लड़की भी खेल रही थी, उसे परिचय हुआ, वह ईशिता थी। ईशिता से बतियाते हुए महसूस हुआ कि बच्ची वाकई कमाल की है।दरअसल, हर बच्चा जन्मजात नटखट होता है। उनकी बालसुलभ क्रीड़ाएं देखकर कोई भी आकलन नहीं कर सकता कि बच्चा कितना प्रतिभाशाली है। खेलती-कूदती ईशिता भी अन्य बच्चों की तरह की खूब हुड़दंग मचा रही थी, लेकिन जब उसको मैंने बतौर एक जर्नलिस्ट परिचय दिया, तो उसके हावभाव ही बदल गए। यूं लगा कि उस बच्ची में अचानक बड़ों-सी गंभीरता आ गई हो। पूरी बातचीत के दौरान उसने जिस अंदाज और नपे-तुले शब्दों का इस्तेमाल किया, वो किसी को भी कायल कर सकता था। इन दिनों ईशिता कलर पर प्रसारित उतरन में एक अमीर फैमिली की लड़की तपस्या का किरदार निभाते देखी जा सकती है।बहरहाल, ईशिता की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए उसे www.indiantellyawards.com पर खूब वोट करें, यही कामना है।
अमिताभ बुधौलिया 'फरोग'
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें