जिसने सांसे थाम रखी हैंजिसने कदम रोक रखे हैंजिसने चुप्पी बांध रखी हैदेखो कहीं वो अंगारे सी दिखतीराख ही तो नहीं बची ??
सही है आग को जलने ही दीजिए
bahut khoob jee mazaa aa gayaa
हौसला तो बुलन्द हैसुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत उम्दा!
कमाल की रचनाएँ है आपकी ! बहुत दिनों बाद कुछ अलग पढने को मिला है, धन्यवाद ! जितनी तारीफ़ की जाए कम है
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7 टिप्पणियां:
जिसने सांसे थाम रखी हैं
जिसने कदम रोक रखे हैं
जिसने चुप्पी बांध रखी है
देखो कहीं वो अंगारे सी दिखती
राख ही तो नहीं बची ??
सही है आग को जलने ही दीजिए
bahut khoob jee mazaa aa gayaa
हौसला तो बुलन्द है
सुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत उम्दा!
कमाल की रचनाएँ है आपकी ! बहुत दिनों बाद कुछ अलग पढने को मिला है, धन्यवाद ! जितनी तारीफ़ की जाए कम है
सही है आग को जलने ही दीजिए
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