मंगलवार, 22 सितंबर 2009

विशाल भारद्वाज(फिल्ममेकर)


भोपाल के ‘गुड्डू-चार्ली’ से हुआ ‘कमीने’ का जन्म
बच्चों के लोकप्रिय कार्टून सीरियलमोगलीके गीत-‘चड्ढी पहनके फूल खिला है...’ को संगीत से संवारने वाले म्यूजिक कम्पोजर विशाल भारद्वाज यह बताते हुए खुशी महसूस करते हैं कि उनकी सुपरहिट फिल्मकमीनेका कैरेक्टर भोपाल के जूनियर आर्टिस्ट सप्लायर शरीफ-उर-रहमान उर्फ गुड्डू चार्ली से प्रेरित है। फिल्म पंडितों द्वारा सराही गर्इंमकबूलऔरओमकाराजैसीनाटकप्रधान फिल्मबनाने वाले विशाल मीडिया से फ्रैंडली बतियाए...

हां, यह सच है कि ‘कमीने’ में शाहिद कपूर ने जिन दो किरदारों को अभिनीत किया है, वे भोपाल के गुड्डू चार्ली से प्रेरित हैं। भोपाल को अपना दूसरा घर मानने वाले प्रयोगवादी निर्देशकों में शुमार विशाल यह बताते हुए अत्यंत उत्साहित नजर आए-‘मैं जब यहां मकबूल की शूटिंग करने आया था, तब किसी ने जूनियर आर्टिस्ट सप्लायर्स के लिए मुझे गुड्डू चार्ली का नाम सुझाया था। तब मुझे लगा था कि यह किन्हीं दो व्यक्तियों के नाम होंगे। बाद में जब मैं उनसे मिला, तब मालूम चला कि यह तो एक ही व्यक्ति का नाम है। शरीफ बेहद इंस्ट्रेस्टिंग पर्सन हैं। मुझे लगा कि यह नाम किसी फिल्म में अवश्य इस्तेमाल करूंगा। पहले मैं कमीने का नाम गुड्डू-चार्ली ही रखने वाला था।’
कमीने के प्रिंट में डार्कनेस के प्रश्न पर विशाल खुलासा करते हैं-‘मैं अपने प्रोडक्शन से शतप्रतिशत संतुष्ट हूं। डार्कनेस फिल्म की थीम थी। इस फिल्म में हमने हैंड हैल्ड फार्म अपनाई है, जिसमें कैमरा स्टिक पर नहीं, हाथों पर ही रहता है। इस वजह से क्लोजअप शॉट लेते वक्त भी कैमरा हिलता है।’ हालांकि वे यह भी मानते हैं कि डिजिटल और फिजिकल प्रिंट में थोड़ा फर्क आ जाता है। इसलिए आगे इस बात का मुझे ध्यान रखना होगा कि दोनों के प्रिंट ठीक रहें, उनमें बेवजह डार्कनेस न आ पाए।
शेक्सपियर से बेहद प्रभावित विशाल स्वीकारते हैं कि; वे हर फ्लेवर की फिल्म बनाने की ख्वाहिश रखते हैं-ओमकारा और मकबूल जैसी क्लासिक और सोशल, हास्यप्रधान मसाला फिल्में भी। उन्होंने माना कि; अब तक उन्होंने जितनी फिल्में बनार्इं, कमीने ने उनसबको मिलाकर अकेले बिजनेस दिया।
वीडियो पायरेसी रोक पाने में सरकार की अक्षमता पर विशाल नाराजगी जताते हैं-‘अगर मैं फिल्म इंडस्ट्री की ओर से बात करूं, तो हम अधिक प्रिंट्स के साथ इसलिए फिल्में रिलीज करते हैं ताकि पहले ही हफ्ते बिजनेस कवर हो जाए। यह पायरेसी से लड़ने का एक तरीका है।’ वे शब्दों पर जोर देते हैं-‘पायरेसी बिग...बिग...बिग क्राइम है।’
अपनी हर फिल्म में क्राइम को फोकस करने वाले विशाल दो टूक कहते हैं-‘क्राइम के बगैर मैं फिल्में बना ही नहीं सकता। अगर आध्यात्मिक कहानी पर भी फिल्म बनाऊंगा, तो उसमें भी आध्यात्मिक हिंसा का भाव निहित होगा।’ हालांकि यह कहने के साथ ही वे जोर वे हंसने भी लगते हैं। विशाल बिंदास बोलते हैं-‘मैं मैसेज देने के लिए फिल्में नहीं बनाता। एक समय में मेरे पास 10-15 फिल्में होती हैं। जब पैसा लगाने वाला मिल जाए, फिल्म शुरू कर देता हूं।’ वे यह कतई नहीं मानते कि भारत में कहानियों की कमी है-‘कमी स्क्रिप्ट की नहीं, पैसा लगाने वालो की है।’
ब्लैक टी शर्ट और इसी कलर का पॉकेट जींस पहने विशाल से जब पूछा गया कि; ब्लैक वर्चस्व का प्रतीक है, आप का पहनावा क्या यही दर्शाता है? वे दार्शनिक अंदाज में बोेलते हैं-‘बशीर बद्र साहब का एक शेर है, जिसमें चुप रहने से पैदा हुई गलतफहमियों बयां की गई हैं, ठीक यही स्थिति मेरे साथ हो रही है। मैं जो नहीं कहता, मीडिया वो सुन लेती है।’
भारतीय फिल्म उद्योग में सोनी, वार्नर ब्रदर्स और फॉक्स जैसी हॉलीवुड बेस्ट प्रोडक्शन कंपनियों के आगमन पर विशाल दो टूक कहते हैं-‘उनका सिर्फ एक मकसद है-मुनाफा कमाना, बाकी कोई दूसरा सरोकार नहीं है।’
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रेखा भारद्वाज (पार्श्व गायिका)
पति म्यूजिक डायरेक्टर हों, तो नफा-नुकसान दोनों होता है
सूफी गायन में एक अलग मुकाम रखने वालीं पार्श्व गायिका रेखा भारद्वाज स्वीकारती हैं कि अगर पति म्यूजिक कम्पोज कर रहे हों, तो रिकार्डिंग के दौरान थोड़ा डर तो बना ही रहता है। हालांकि वे आगे यह भी कहती हैं कि; विशालजी को मेरी खूबियां और कमजोरियां दोनों पता हैं, इसलिए वे मुझसे अच्छा वर्क करा लेते हैं। ‘रूह’ नाम से सूफी बैंड संचालित करने वालीं रेखा कहती हैं-‘पहले जब लोगों को मालूम चला कि ये तो विशालजी की पत्नी हैं, तो वे मुझसे गाना गंवाने में संकोच करते थे। यह देखते हुए विशालजी ने ओमकारा में नमक इश्क दा... मुझे गंवाया। यह गाना इतना लोकप्रिय हुआ कि अब दूसरे म्यूजिक डायरेक्टर भी मुझे बुलाने लगे हैं।’ चर्चा के दौरान रेखाजी ने लोगों की फरमाइश पर अपना बेहद चर्चित गीत-‘सैंया छेड़ देवे, ससुरजी गारी देवे..ससुराल गेंदा फूल...’ भी सुनाया।
(यह साक्षात्कार पीपुल्स समाचार, भोपाल में प्रकाशित हुआ है)

1 टिप्पणी:

ritu raj ने कहा…

Thank u very much. It is very well written. congrats.