मंगलवार, 22 दिसंबर 2009

एचआईवी पॉजिटिव पर्सन अपने नेटवर्क में तलाश रहे हमसफर


शुरुआत नई जिंदगी की

पल्लवी वाघेला
अभिषेक व ऐश्वर्या की शादी का दिन भोपाल के लिए दो कारणों से खास था। एक तो अभिषेक का भोपाल से नाता है और दूसरा भोपाल और प्रदेश के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन था। उस दिन भोपाल में एक विशेष शादी हुई थी, जिसमें पहली बार भोपाल के एक एचआईवी पॉजिटिव युवा ने इंदौर की पॉजिटिव लडक़ी से विवाह रचाया था। ये शादी एक विशेष मेट्रीमोनियल वेबसाइट के जरिए तय हुई थी, जो केवल एचआईवी पॉजिटिव लोगों के लिए काम करती है। www.positivesaathi.com इस मेट्रीमोनियल वेबसाइट के जरिए पिछले दो साल में मप्र में अब तक चार एचआईवी कपल्स की मैरिज रजिस्टर्ड की जा चुकी है। इसके अलावा मप्र पॉजिटिव पीपुल नेटवर्क द्वारा भी प्रदेश में ऐसी चार शादियां रजिस्टर्ड हैं। इनमें से एक लव मैरिज भी है। यह एक शुभ संकेत हैं जहां एचआईवी पॉजिटिव लोग एक दूसरे में अपना हमसफर तलाश नई जिंदगी की शुरुआत कर रहे हैं।

न केवल भोपाल व मप्र बल्कि पूरे देश में एचआईवी पॉजिटिव शादियों की रफ्तार में तेजी आई है। इसके लिए कई एनजीओ काम कर रहे हैं, साथ ही एचआईवी पॉजिटिव विशेष मेट्रीमोनियल वेबसाइट पॉजिटिव साथी डॉट कॉम का सहारा भी ले रहे हैं।
रजिस्टर करें, साथी खोजे
वेबसाइट पर एचआईवी पॉजिटिव पर्सन अपनी पर्सनल और मेडिकल डिटेल देकर इसके सदस्य बन सकते हैं। इसके बाद वे मेंबर लॉगइन के जरिए अन्य लोगों को सर्च कर अपना पसंदीदा जीवन साथी चुन सकते हैं।
एमपी पॉजिटिव पीपुल नेटवर्क भी सहायक
एचआईवी पॉजिटिव लोगों का यह ग्रुप एड्स अवेयरनेस के साथ-साथ इस दिशा में भी तेजी से काम कर रहा है। संस्था के मुताबिक अधिकांश पॉजिटिव पर्सन पहले लोकल ग्रुप में ही अपने हमसफर की तलाश करते हैं। मप्र पॉजिटिव नेटवर्क के साथियों के बीच यदि उनकी तलाश पूरी नहीं होती तो मप्र नेटवर्क अन्य राज्यों के नेटवर्क से संपर्क करता है और इस तरह सही जीवनसाथी की तलाश पूरी करने की कोशिश की जाती है। इस प्रक्रिया में दोनों पक्षों को आमने-सामने कर उनकी काउंसलिंग भी की जाती है।
वेबसाइट भी एक बेहतर शुरुआत
एमपी पॉजिटिव पीपुल नेटवर्क के सदस्य भोपाल के अजीत (परिवर्तित नाम) कहते हैं कि एचआईवी पॉजिटिव के लिए स्पेशल मेट्रीमोनियल वेबसाइट एक अच्छी शुरुआत है। हां, इसमें इस बात की ओर ध्यान देना जरूरी है कि जिस तरह हमारे यहां वर-वधू दोनों की काउंसलिंग की जाती है, उसी तरह शादी के पहले वेबसाइट के जरिए भी काउंसलिंग हो। इससे उनको छोटी-छोटी बातों की भी पूरी जानकारी मिल पाएगी।
भोपाल के सनी की हुई अनीता
भोपाल के सनी और इंदौर की अनीता की शादी इस वेबसाइट के जरिए हुई है। सनी कहते हैं धीरे-धीरे लोगों कि समझ में ये आने लगा है कि पॉजिटिव कपल्स न सिर्फ शादी कर सकते हैं, बल्कि बच्चे भी पैदा कर सकते हैं और ये कोई जरूरी नहीं कि उनका बच्चा भी एचआईवी पॉजिटिव हो। वे वेबसाइट के जरिए अपना जीवन साथी चुनने के आप्शन को बेहतर मानते हैं। उनकी नजर में इसमें ऐसे लोगों को बेहद लाभ होगा जो एचआईवी पॉजिटिव होने की झिझक के कारण सामने नहीं आते।
सोच में बदलाव जरूरी
सनी और अनीता दोनों एचआईवी पॉजिटिव लोगों के संबंध में समाज की सोच पर दुख व्यक्त करते हैं। अनीता कहती है ऐसा नहीं कि एचआईवी पॉजिटिव लोगों को अपनी पहचान बताने में आपत्ति है, लेकिन पहचान बताने पर लोगों का उनके प्रति नजरिया बदल जाता है। दरअसल समाज में कोई भी व्यक्ति यदि सामने आकर यह स्वीकार कर लेता है कि वह एचआईवी पॉजिटिव है तो लोगों को सिर्फ यही लगता है कि इस व्यक्ति ने अनसेफ सेक्स किया होगा और इसका चरित्र गिरा हुआ है। विशेषतौर पर लड़कियों के लिए जीना मुश्किल हो जाता है। उनके आस-पास की दुनिया ही पूरी तरह से बदल जाती है। अनीता और सनी कहते हैं कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति मेडिकल साइंस के मुताबिक वर्षो तक स्वस्थ्य जिंदगी जी सकता है, लेकिन समाज का बॉयकाट उसे मेंटली तोड़ देता है।

'इस वेबसाइट के जरिए हमारा मुख्य उद्देश्य पॉजिटिव पर्सन को नई जिंदगी की खुशियां देना है। इस साल एड्स दिवस पर हमने वेबसाइट से नई लिंक जोड़ी है, जिसमें एचआईवी पॉजिटिव बच्चों के लिए लोग चैरेटी कर सकते हैं। कुल मिलाकर हम अपनी वेबसाइट के जरिए अवेयरनेस और केयर प्रोग्राम में सहायक बनना चाहते हैं।
अनिल वालिव, संस्थापक पॉजिटिव साथी डॉट कॉम

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