गुरुवार, 24 दिसंबर 2009

बिग बॉस के फिक्स होने की आशंका


मध्यप्रदेश में बिग बॉस पर 1।10 करोड़ का दांव
अमिताभ फरोग
‘कलर्स चैनल’ के बहुचर्चित रियलिटी शो ‘बिग बॉस-3’ पर मध्यप्रदेश से लगभग 1.10 करोड़ रुपए का दांव खेला गया है। यह शो का अंतिम सप्ताह है। बख्तियार के अचानक जाने के बाद घर में अब प्रवेश राणा, विंदु दारा सिंह और पूनम ढिल्लन बचे हैं। संदेह है कि ‘बिग बॉस’ प्रवेश को मोहरा बनाकर विंदु को विनर बना सकते हैं।

‘कलर्स चैनल’ के रियलिटी शो ‘बिग बॉस-तृतीय’ के फिक्स होने की आशंका जताई गई है। ‘बिग बॉस’ के सबसे ‘उद्दंड खिलाड़ी’ रहे कमाल खान का बयान कि,‘प्रवेश राणा विनर हो सकते हैं...’ भी संदेश के घेरे में आ गया है। दरअसल, माना यह जा रहा है कि, ‘बिग बॉस’ की निर्माता कंपनी ‘वायाकॉम-18’ के कहने पर ही कमाल खान ने इस ‘तथाकथित संभावना’ को हवा दी है। इसके पीछे विंदु से कोई ‘गुप्त करार’ माना जा रहा है।
‘बिग बॉस’ एक साथ दो दांव खेल रहे हैं। पहला-प्रवेश को तगड़ा दावेदार बताकर सट्टा मार्केट में उनकी पोजीशन पहले नंबर पर लाना है। लाजिमी है कि यदि प्रवेश हारते हैं और विंदु जीतते हैं, तो इससे कंपनी के साथ-साथ सटोरियों को भी काफी फायदा होगा। सूत्रों के अनुसार विंदु को इस समय पैसों की सख्त आवश्यकता है और अब वे ‘बिग-बॉस’ के हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
पहले भी लगे हैं आरोप
‘बिग-बॉस-2’ के एक प्रतिभागी संदेश जताते हैं-‘शो पर फिक्सिंग का आरोप यूं ही नहीं लगता? दरसअल, सीजन-2 में भी राहुल महाजन के जीतने के पूरे आसार थे। लेकिन वे नियम तोड़ते हुए घर की दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। तब आशंका व्यक्त की गई थी कि राहुल का यह ‘तथाकथित दुस्साहस’ बिग बॉस के षड्यंत्र का ही एक हिस्सा था। आशंका जताई गई थी कि ऐसा इसलिए किया गया था ताकि सटोरियों को नुकसान से बचाया जा सके। गौरतलब है कि राहुल महाजन पर करीब 150 करोड़ रुपए का सट्टा लगा हुआ था। आशुतोष की ‘अप्रत्याशित’ जीत से सटोरियों को भी काफी मुनाफा हुआ था। यह घटना इसलिए भी शक के दायरे में आई थी, क्योंकि आशुतोष इसी कंपनी के एक शो ‘रोडीज’ के विनर थे। ऐसा सुनने में आया था कि उनका कंपनी से करार है कि शो जीतने के बाद वे आधी राशि वापस लौटा देंगे।’ दरअसल, कंपनी ही ऐसे गणित फिट करती है, ताकि वह जिसको चाहे, उसे जिता ले। ‘बिग बॉस’ घर में ऐसा माहौल क्रियेट कर देते हैं, ताकि प्रबल दावेदार फ्रस्टेशन में आकर खुद की इमेज खराब कर ले, या रेस से बाहर हो जाए। जैसा- पहले राहुल महाजन और अब बख्तियार के साथ हुआ है!
प्रवेश मोहरा तो नहीं?
‘बिग बॉस’ जो गणित अपना रहा है, उसमें प्रवेश के विनर होने की प्रबल संभावनाएं प्रचारित की जा रही हैं। यह इसलिए, ताकि उन पर सबसे ज्यादा पैसा लगे। इसमें दूसरा नाम विंदु का लिया जा रहा है। बख्तियार ईरानी और पूनम ढिल्लन क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर आते हैं। इन चारों पर करोड़ों रुपए का सट्टा लगा हुआ है। अकेले मध्यप्रदेश से करीब 1.10 करोड़ रुपए सट्टे पर लगे होने के आसार हैं। दिलचस्प पहलू यह है कि, दांव लगाने वालों में करीब 25 फीसदी महिलाएं भी हैं। ‘वर्ष, 2008’ में ‘मिस्टर इंडिया’ रहे मेरठ के प्रवेश राणा की घर में एंट्री भी शक जाहिर करती है। दरअसल, कंपनी ने शो के दौरान एक नये सदस्य की एंट्री बाबत प्रतियोगिता आयोजित की थी।
इसमें कोई भी फोन के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता था। बिग बॉस के घर का नया सदस्य बनने देशभर से लाखों लोगों ने कॉल किए। लेकिन प्रवेश को बतौर नए मेंबर घर में एंट्री दे दी गई। प्रतियोगिता का क्या हुआ? कंपनी ने दर्शकों को ठीक से इसकी जानकारी तक नहीं दी। सूत्रों के अनुसार, दरअसल कंपनी घर में एक ऐसे सदस्य की एंट्री कराती है, जो उसके इशारे पर कार्य करे। वो ‘मोहरा’ बनकर ‘बिग-बॉस’ के अनुरूप खेल का रुख मोड़ता रहे। ‘सीजन-2’ में आशुतोष और ‘सीजन-3’ में प्रवेश इसका उदाहरण हैं। दोनों खुद की पहचान स्थापित करने के लालच में ही बिग-बॉस के घर में आए। संभव है, इसके लिए उनके और बिग-बॉस के बीच कोई ‘करार’ हुआ हो?

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